भगवान शिव को भगवान त्रिमूर्ति का तीसरा मुख्य रूप माना जाता है। शिव को तांडव नृत्य, तपस्या, और परम तपस्वी के रूप में जाना जाता है। यहाँ हम आपको भगवान शिव के 10 अनजाने तथ्यों के बारे में बता रहे हैं जो शायद ही आपने पहले सुने हों।

  1. शिव की गाड़ी: शिव की गाड़ी को नंदी नामक एक वृषभ चलाता है। नंदी को भी शिव की भक्ति की उच्चता मानी जाती है।
  2. भस्मासुर: भस्मासुर नामक एक राक्षस था जिसने भगवान शिव से वर मांगा था कि जिसको वह छूएगा, वह भस्म हो जाएगा। भगवान शिव ने उसको छूने का वर दिया और फिर उसने अपने ही शरीर को छू लिया, जिससे वह भस्म हो गया।
  3. भस्मांग देह: शिव जी का शरीर भस्म से ढका होता है, जिसका मतलब है कि वह मृत्यु को प्राप्त हो चुके हैं और मृत्यु भी उन्हें छू नहीं सकती।
  4. गंगा का धारा: गंगा का जल भगवान शिव के जटाओं से निकलता है, जिसकी धारा को उन्होंने जटाओं में समाहित किया था।
  5. कैलाश पर्वत: कैलाश पर्वत को भगवान शिव का आलय माना जाता है। यहाँ पर उन्हीं के साथ गणों की अनंत संख्या में अवतार रहते हैं।
  6. अर्धनारीश्वर रूप: भगवान शिव का अर्धनारीश्वर रूप विशेष प्रसिद्ध है, जिसमें उनका शरीर पुरुष और स्त्री दोनों के रूप में दिखाई देता है। यह उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण संदेश है कि वे सभी में समानता देखते हैं।
  7. शिवलिंग: शिवलिंग को भगवान शिव का प्रतीक माना जाता है, जो अंतर्यामी और अद्वितीयता का प्रतीक है। इसे शिवजी की उपासना में प्रधान रूप से प्रयोग किया जाता है।
  8. नीलकंठ: नीलकंठ भगवान शिव का एक अन्य रूप है, जिसमें उनका गला नीला होता है। इसका कारण एक पौराणिक कथा के अनुसार है, जिसमें उन्होंने हालाहल विष पी लिया था।
  9. भैरव रूप: भगवान शिव का भैरव रूप अत्यंत क्रूर और उग्र रूप है, जो कि अन्याय और अन्याय के खिलाफ लड़ने का प्रतीक है।
  10. अशुतोष: भगवान शिव को बहुत आसानी से प्रसन्न होने वाले माना जाता है, जिसे उनका अशुतोष नाम से जाना जाता है।

ये थे कुछ अनजाने तथ्य जो भगवान शिव के बारे में थे। शिव के इन विशेष रूप और कर्मों का ज्ञान हमें उनके महिमा को समझने में मदद करता है।