आज का पंचांग और चौघड़िया, राहु काल, तिथि – 25 अगस्त 2024 | पी. गायत्री देवी

आज का पंचांग:

आज की तिथि, नक्षत्र, योग, और करण के आधार पर 25 अगस्त 2024, रविवार का दिन अत्यंत शुभ और महत्वपूर्ण है। आइए जानते हैं आज के पंचांग और चौघड़िया के अनुसार दिन का विवरण:

तिथि:
आज त्रयोदशी तिथि सुबह 11:30 बजे तक रहेगी, इसके बाद चतुर्दशी तिथि प्रारंभ होगी। त्रयोदशी तिथि भगवान शिव की पूजा के लिए अत्यंत शुभ मानी जाती है, जबकि चतुर्दशी तिथि चतुर्दशी व्रत और पूजा के लिए महत्वपूर्ण होती है।

नक्षत्र:
पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र पूरे दिन और रात रहेगा। यह नक्षत्र उन्नति, विजय, और धार्मिक कार्यों के लिए अत्यधिक शुभ माना जाता है। इस नक्षत्र में किए गए कार्यों में सफलता की संभावना अधिक होती है।

योग:
सौभाग्य योग आज पूरे दिन रहेगा। यह योग सभी शुभ कार्यों के लिए उपयुक्त माना जाता है और इस योग में किए गए कार्यों में विशेष रूप से लाभ प्राप्त होता है।

करण:
विष्टि करण सुबह 11:30 बजे तक रहेगा, उसके बाद बव करण प्रारंभ होगा। विष्टि करण के दौरान शुभ कार्यों से बचना चाहिए, जबकि बव करण में धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यों को करना लाभकारी होता है।

आज का चौघड़िया:

चौघड़िया के अनुसार, दिन और रात को आठ-आठ भागों में विभाजित किया जाता है। आज के दिन के लिए प्रमुख चौघड़िया इस प्रकार हैं:

  • शुभ (सुबह 06:00 – 07:30): इस समय में किए गए कार्यों में सफलता प्राप्त होती है।
  • चर (सुबह 07:30 – 09:00): यात्रा, नई योजनाओं की शुरुआत और महत्वपूर्ण कार्यों के लिए यह समय उत्तम है।
  • लाभ (दोपहर 12:00 – 01:30): इस समय में धन लाभ और व्यवसायिक कार्यों में सफलता मिलती है।
  • अमृत (दोपहर 01:30 – 03:00): यह समय अत्यंत शुभ है और इस समय में कोई भी कार्य प्रारंभ करने से सफलता मिलती है।
  • काल (शाम 03:00 – 04:30): इस समय में कोई महत्वपूर्ण कार्य नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह अशुभ माना जाता है।
  • रोग (रात 09:00 – 10:30): स्वास्थ्य और चिकित्सा से जुड़े कार्यों के लिए यह समय शुभ नहीं माना जाता।
  • उद्वेग (रात 10:30 – 12:00): यह समय मानसिक तनाव और अशांति का हो सकता है, इसलिए इस दौरान शांत रहें और महत्वपूर्ण निर्णयों से बचें।

आज का राहु काल:
राहु काल दिन के सबसे अशुभ समयों में से एक माना जाता है। आज का राहु काल दोपहर 04:30 बजे से 06:00 बजे तक रहेगा। इस समय के दौरान कोई भी नया कार्य, यात्रा या महत्वपूर्ण निर्णय नहीं लेने चाहिए।