25 जुलाई 2024 का पंचांग और चौघड़िया, राहुकाल, तिथि

आज का पंचांग

25 जुलाई 2024 के दिन का पंचांग महत्वपूर्ण तिथियों, योगों और मुहूर्तों की जानकारी प्रदान करता है। हिंदू धर्म में पंचांग का बहुत महत्व है क्योंकि यह दिन के शुभ और अशुभ समय को बताता है। यह जानना अत्यंत महत्वपूर्ण है कि किस समय कौन से कार्य किए जाएं और किस समय नहीं किए जाएं।

आज का चौघड़िया

चौघड़िया मुहूर्त दिन और रात के 8-8 भागों में विभाजित होता है और यह अलग-अलग कार्यों के लिए शुभ और अशुभ समय को दर्शाता है।

दिन के चौघड़िया (25 जुलाई 2024):

  1. चर: सुबह 06:00 से 07:30 तक
  2. लाभ: सुबह 07:30 से 09:00 तक
  3. अमृत: सुबह 09:00 से 10:30 तक
  4. काल: सुबह 10:30 से 12:00 तक
  5. शुभ: दोपहर 12:00 से 01:30 तक
  6. उद्वेग: दोपहर 01:30 से 03:00 तक
  7. चर: दोपहर 03:00 से 04:30 तक
  8. लाभ: दोपहर 04:30 से 06:00 तक

रात के चौघड़िया (24 जुलाई 2024 की रात):

  1. शुभ: शाम 06:00 से 07:30 तक
  2. अमृत: शाम 07:30 से 09:00 तक
  3. चर: रात 09:00 से 10:30 तक
  4. काल: रात 10:30 से 12:00 तक
  5. लाभ: रात 12:00 से 01:30 तक
  6. उद्वेग: रात 01:30 से 03:00 तक
  7. शुभ: रात 03:00 से 04:30 तक
  8. अमृत: सुबह 04:30 से 06:00 तक

आज की तिथि

25 जुलाई 2024 की तिथि है दशमी (शुक्ल पक्ष)। यह तिथि भगवान विष्णु की पूजा और धार्मिक कार्यों के लिए अत्यंत शुभ मानी जाती है। इस तिथि को लेकर यह भी मान्यता है कि इस दिन किए गए शुभ कार्यों का फल कई गुना अधिक मिलता है।

वार

इस दिन का वार है गुरुवार, जिसे बृहस्पतिवार भी कहते हैं। गुरुवार का दिन भगवान विष्णु और बृहस्पति देव की पूजा के लिए विशेष माना जाता है। इस दिन व्रत और पूजा करने से ज्ञान, समृद्धि और सुख की प्राप्ति होती है।

नक्षत्र

25 जुलाई 2024 को स्वाति नक्षत्र रहेगा। स्वाति नक्षत्र का प्रभाव जीवन में स्थिरता और समृद्धि लाता है। इस नक्षत्र में किए गए कार्य सफल होते हैं और व्यक्ति को मेहनत का फल मिलता है।

योग

इस दिन का योग है सिद्ध योग, जो कि बहुत ही शुभ योग माना जाता है। सिद्ध योग में किए गए कार्य सफलता प्राप्त करते हैं और इसके प्रभाव से सभी कार्य सिद्ध हो जाते हैं।

करण

करण इस दिन का है कौलव। कौलव करण में शुभ कार्य, यात्रा, व्रत, और दान का विशेष महत्व होता है।

आज का शुभ मुहूर्त

  • अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 11:56 से 12:49 तक
  • अमृत काल: दोपहर 02:00 से 03:30 तक

आज का राहुकाल

राहुकाल का समय किसी भी शुभ कार्य के लिए अशुभ माना जाता है। इस समय किसी नए कार्य की शुरुआत, यात्रा, महत्वपूर्ण निर्णय या व्यापारिक कार्य नहीं करने चाहिए।

  • राहुकाल: दोपहर 02:00 से 03:30 तक

तिथि का महत्व

दशमी तिथि का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व बहुत अधिक है। इस दिन विशेष रूप से भगवान विष्णु की पूजा का विधान है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, दशमी तिथि को भगवान विष्णु के साथ-साथ माता लक्ष्मी की भी पूजा करनी चाहिए। इस दिन व्रत और दान-पुण्य करने से जीवन में सुख, समृद्धि और शांति की प्राप्ति होती है।