जो तुम्हारे भाग्य में नहीं है, वो तुम्हें नहीं मिलेगा। इसलिए, उस चीज़ के पीछे मत भागो जो तुम्हें नहीं मिलने वाली। ईश्वर का विधान समझो, अगर कुछ नहीं मिला, तो भी खुश रहो। अगर वो चीज़ तुम्हारे लिए होती, तो अवश्य मिल जाती। पर अगर नहीं मिली, तो यह ईश्वर की कोई विशेष योजना है। शायद ईश्वर तुम्हारे लिए कुछ और बेहतर चाहते हैं।

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कई लोग इस बात को लेकर परेशान हो जाते हैं कि बेटा तो होना ही चाहिए। डॉक्टरों को दिखाया, पूजा-पाठ की, फिर भी बेटा नहीं हुआ। अब क्या करेंगे? रोने से कुछ नहीं होगा। अगर बेटा नहीं हो रहा है, तो यह भी ईश्वर की इच्छा है। क्या पता अगर बेटा हो जाता, तो भविष्य में वह तुम्हें और भी ज्यादा परेशानी में डाल देता। ईश्वर ने तुम्हें शायद बड़ी मुसीबतों से बचाने के लिए ही यह निर्णय लिया हो।

कभी-कभी हमें यह समझने की ज़रूरत होती है कि अगर कुछ नहीं मिल रहा है, तो शायद उसमें हमारी भलाई है। उदाहरण के लिए, बहुत से माता-पिता यह कहते हैं कि नालायक बेटा होना, ना होने से भी बुरा है। इसलिए, अगर तुम्हें बेटा नहीं मिला है, तो यह मान लो कि ईश्वर तुम्हें किसी बड़े संकट से बचा रहे हैं। भगवान जानते हैं कि कल तुम्हारे साथ क्या होने वाला है, इसलिए वह निर्णय लेते हैं।

अगर तुम्हें संतान नहीं हुई, तो यह सोच लो कि भगवान तुम्हें एक बड़े काम के लिए तैयार कर रहे हैं। शायद तुम्हारे अच्छे कर्मों की वजह से तुम्हें इस झंझट से मुक्ति मिल गई हो। बहुत से महान लोग जैसे मीराबाई, स्वामी विवेकानंद, तुलसीदास जी के भी संतान नहीं थी। संतान से ही सबकुछ नहीं होता, यह केवल एक दृष्टिकोण है।

जो लोग इस बात से परेशान होते हैं कि उनके पास संतान नहीं है, वे समाज की सेवा में अपने जीवन को सार्थक बना सकते हैं। जैसे एक महिला जो हर महीने अनाथ बच्चों के लिए फल, किताबें, और कपड़े दान करती है। उन्होंने कहा कि अगर उनके खुद का बेटा होता, तो वह केवल उसके लिए जीती रहतीं, लेकिन अब वह सभी बच्चों की सेवा करने का अवसर पाती हैं।

महान लोग, जैसे पंडित मदन मोहन मालवीय जी, जिन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) की स्थापना की, ने अपने परिवार से ऊपर उठकर राष्ट्र के लिए काम किया। अगर वह अपने बेटे के लिए ही काम करते, तो सिर्फ एक व्यक्ति का भला होता, लेकिन उन्होंने राष्ट्र के लिए काम किया, जिससे आज लाखों लोग शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।

इसलिए, अगर तुम्हारे पास संतान नहीं है, तो यह सोचो कि भगवान तुम्हें किसी बड़े उद्देश्य के लिए तैयार कर रहे हैं।