
पितृपक्ष में पितरों के नाम से कौए को रोटी खिलाने से पितरों को शांति और तृप्ति प्राप्त होती है। श्री अनिरुद्धाचार्य जी महाराज के अनुसार, ऐसा करने से हमारे पूर्वजों की आत्मा को संतोष मिलता है और उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है। यह क्रिया हमें पितृ दोष से मुक्ति दिलाने में सहायक हो सकती है और परिवार में सुख-समृद्धि की वृद्धि होती है।
संबंधित विषय
Aniruddhacharya ji
ये विडियो भी देखें
Pitru Paksha: पितृपक्ष में भूल से भी यह गलती न करें । अनिरुद्दाचार्य जी
Pitru Paksha: Aniruddhacharya ji | पितृपक्ष में पितरों के नाम से भोजन कराने का क्या फ़ायदा है?
Pitru Paksha: पितृदोष से मुक्त होने के लिए श्राद्ध कैसे करें ? | अनिरुद्धाचार्य जी
ये भी पढें