आत्मा रामा आनंद रमणा: बोल, अर्थ, और लाभ | एक मंत्र जो लाता है शांति और आनंद |

आत्मा रामा आनंद रमणा के बोल (Lyrics)

आत्मा रामा आनंद रमणा
गोविंदा गोपाला पुरुषोत्तमा
नारायणा श्रीधर मधु सुदना
आत्मा रामा आनंद रमणा
गोविंदा गोपाला पुरुषोत्तमा
नारायणा श्रीधर मधु सुदना

आत्मा रामा आनंद रमणा का अर्थ

आत्मा रामा आनंद रमणा का अर्थ है “आत्माराम, जो स्वयं आनंद में रमण करते हैं।” यह भगवान के उन रूपों का गुणगान करता है जो संसार को आनंद और शांति प्रदान करते हैं। यहाँ, ‘आत्मा रामा’ का मतलब है “आत्माराम,” जो स्वयं में रमण करते हैं और सभी को आनंदित करते हैं। ‘आनंद रमणा’ का अर्थ है “जो आनंद में रमण करते हैं।”

आत्मा रामा आनंद रमणा गीत के रचयिता

आत्मा रामा आनंद रमणा गीत को संत तुलसीदास जी ने रचा है। तुलसीदास जी एक महान संत और कवि थे, जिनका योगदान भक्ति साहित्य में अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने इस गीत के माध्यम से भगवान श्री राम के विभिन्न रूपों का वर्णन और स्तुति की है।

आत्मा रामा आनंद रमणा किस देवता के लिए और क्या प्रार्थना है?

आत्मा रामा आनंद रमणा गीत भगवान श्री कृष्ण और भगवान श्री राम की स्तुति के लिए गाया जाता है। यह गीत भगवान के विभिन्न रूपों जैसे गोविंदा, गोपाला, पुरुषोत्तमा, नारायण, श्रीधर, और मधु सुदना का गुणगान करता है। यह एक भक्ति गीत है जो भगवान की महिमा का वर्णन करता है और भक्तों को उनकी शरण में आने के लिए प्रेरित करता है।

आत्मा रामा मंत्र के लाभ

  1. आध्यात्मिक शांति: इस मंत्र का जाप करने से मन को शांति और संतुलन प्राप्त होता है। यह आत्मा को आनंदित करता है और मानसिक शांति प्रदान करता है।
  2. भक्ति की वृद्धि: आत्मा रामा आनंद रमणा मंत्र का जाप करने से भक्तों में भगवान के प्रति भक्ति और श्रद्धा बढ़ती है। यह भगवान के साथ आध्यात्मिक संबंध को गहरा करता है।
  3. मानसिक स्वास्थ्य: इस मंत्र का नियमित जाप करने से मानसिक तनाव और चिंता कम होती है। यह मन को सकारात्मक और शांतिपूर्ण बनाता है।
  4. धार्मिक ऊर्जा: इस मंत्र का जाप करने से वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। यह घर और मंदिर में धार्मिक वातावरण बनाता है।
  5. आध्यात्मिक उन्नति: इस मंत्र के माध्यम से भक्त अपनी आध्यात्मिक यात्रा में उन्नति कर सकते हैं। यह भगवान की कृपा प्राप्त करने में सहायक होता है और जीवन में सकारात्मक बदलाव लाता है।