आज का पंचांग और चौघड़िया राहु काल तिथि – 29 जुलाई 2024

आज का पंचांग

तिथि: पंचमी, श्रावण माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है। यह दिन माँ सरस्वती की पूजा के लिए विशेष माना जाता है।

वार: सोमवार, यह दिन भगवान शिव को समर्पित होता है। सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा करने से भक्तों की मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं।

नक्षत्र: मृगशिरा नक्षत्र, जो कि दिन के पहले भाग में रहेगा और फिर आर्द्रा नक्षत्र शुरू होगा। मृगशिरा नक्षत्र का स्वामी मंगल है और यह नक्षत्र साहस और ऊर्जा का प्रतीक है।

योग: प्रीति योग, यह योग दिन भर रहेगा। प्रीति योग का अर्थ होता है प्रेम और प्रसन्नता का योग, जो कि सभी कार्यों में सफलता और शुभता लाता है।

करण: बालव करण, जो कि प्रातः काल से लेकर दोपहर तक रहेगा और उसके बाद कौलव करण शुरू होगा।

आज का सूर्योदय और सूर्यास्त:

  • सूर्योदय: प्रातः 5:42 बजे
  • सूर्यास्त: सायं 7:10 बजे

चन्द्रमा की स्थिति: चन्द्रमा मिथुन राशि में रहेगा। मिथुन राशि में चन्द्रमा की स्थिति आपके संचार कौशल को बढ़ाने और नए विचारों को अपनाने में मदद करती है।

आज का चौघड़िया

चौघड़िया मुहूर्त दिन और रात के आठ हिस्सों में विभाजित होता है, जिन्हें शुभ और अशुभ कार्यों के लिए देखा जाता है।

  1. उद्वेग: (उत्तेजना) – प्रातः 6:00 से 7:30 बजे तक
  2. चर: (चलन) – प्रातः 7:30 से 9:00 बजे तक
  3. लाभ: (लाभकारी) – प्रातः 9:00 से 10:30 बजे तक
  4. अमृत: (अमृत समय) – प्रातः 10:30 से 12:00 बजे तक
  5. काल: (मृत्यु) – दोपहर 12:00 से 1:30 बजे तक
  6. शुभ: (शुभ समय) – दोपहर 1:30 से 3:00 बजे तक
  7. रोग: (रोग कारक) – दोपहर 3:00 से 4:30 बजे तक
  8. उद्वेग: (उत्तेजना) – सायं 4:30 से 6:00 बजे तक

आज का राहु काल

राहु काल: राहु काल का समय 29 जुलाई 2024 को दोपहर 2:00 बजे से 3:30 बजे तक रहेगा। राहु काल में शुभ कार्य करना वर्जित माना जाता है। इस समय में किसी भी नए कार्य की शुरुआत नहीं करनी चाहिए।

तिथि

आज 29 जुलाई 2024 को पंचमी तिथि है, जो कि प्रातः 10:52 बजे तक रहेगी। इसके बाद षष्ठी तिथि प्रारंभ होगी। पंचमी तिथि का विशेष महत्व है और इस दिन माँ सरस्वती की पूजा करके ज्ञान और विद्या की प्राप्ति होती है।

दिशाशूल

आज के दिन दिशाशूल पूर्व दिशा में रहेगा। अतः इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।

आज का दिन धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यों के लिए अत्यंत शुभ है। श्रावण माह में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व है और सोमवार का दिन शिव जी के लिए अत्यधिक प्रिय होता है। इस दिन शिवलिंग पर जलाभिषेक करना, बेलपत्र अर्पित करना और शिव मंत्र का जाप करना अत्यंत फलदायी माना जाता है।