श्रीमद् भागवत कथा का प्रारंभिक दिन अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। यह वह समय होता है जब भगवान की कथाएं और उनकी लीलाएं प्रारंभिक रूप से सुनाई जाती हैं और जो लोग पहली बार कथा में भाग लेते हैं, उनके लिए यह एक अद्वितीय अनुभव होता है। श्री महंत भैया जी महाराज द्वारा संचालित इस श्रीमद् भागवत कथा के पहले दिन पर, उन्होंने भगवान की लीलाओं और उनके भक्तों के चरित्र को जीवंत किया। उन्होंने श्रद्धालुओं को भागवत धर्म, सेवा और प्रेम के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। उनके विचारों में अमृत की भाँति शुद्धता और सत्य होता है जो उनके श्रोताओं को उनके आध्यात्मिक सफर में मार्गदर्शन करता है। इस दिन कथा के माध्यम से हम भगवान के प्रति अपनी भक्ति को और मजबूत कर सकते हैं और एक नया आध्यात्मिक अध्याय आरंभ कर सकते हैं।