
आम्बे माता की जय! भगवान आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी करें और आपको सदैव सुखी रखें। जय आम्बे माता!
इस भजन में आम्बे माता की जय-जयकार किया गया है और उनकी महिमा की प्रशंसा की गई है। भक्तों ने इस भजन के माध्यम से आम्बे माता को प्रसन्न करने की प्रार्थना की है और उनसे अपनी सभी मनोकामनाओं की पूर्ति की बिनती की है। आम्बे माता का यह भजन भक्तों के द्वारा उनकी महिमा का गुणगान करने के लिए है और उनकी कृपा को प्राप्त करने के लिए है।
भजन:
आम्बे माता की जय, जय आम्बे माता।
विघ्न विनाशनी, दुःख भंजनी, सुख सम्पति कर्म कर्म प्रकाशिनी॥
आम्बे माता की जय, जय आम्बे माता।
विघ्न विनाशनी, दुःख भंजनी, सुख सम्पति कर्म कर्म प्रकाशिनी॥
माता रानी का ध्यान धर, जगत जननी का नाम ले ध्यान से।
जय अम्बे गौरी मैया, जय श्यामा गौरी॥
नमो नमो जय दुर्गे देवी नमो नमो।
तुष्टि करो नाम संसार का दुःख हरो नाम जपो॥
माता वैष्णो देवी की आरती जो कोई नर गावे।
कहत शिवानन्द स्वामी मातु आरती गावे॥
जय जगदंबे आरती कुटियंदे जन्म अंबे।
सो आनंद कबहु न अंबे अंबे अंबे॥
माता रानी जय माता देवी की जय।
आदि शक्ति जगदंबे, मंगल कारणी॥
जय जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी॥
तुमको निशदिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी॥
जय अम्बे गौरी मैया, जय श्यामा गौरी॥
तुम ही जग की माता, तुम ही हो भरता॥
निसदिन ध्यान धरो, शम्भु सनकादिक अर्चित सदा।
विश्वे जननी जगदंबे, जय अम्बे गौरी॥
नमो नमो जय दुर्गे देवी नमो नमो।
तुष्टि करो नाम संसार का दुःख हरो नाम जपो॥
आम्बे तू है जगदंबे, काली तू है जगदंबे।
तेरी यह महिमा, सबसे उच्च तुमको नमामि मैं॥
आप सभी भक्तगणों से निवेदन है कि आप इस भजन को सुनकर मां आम्बे का आशीर्वाद प्राप्त करें और उन्हें अपने जीवन में सुख और समृद्धि की प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त करें। जय आम्बे माता!