सुपरहिट कृष्ण भजन | मुरली बजाके के | श्री राममोहन जी महाराज

मुरली बजा के
मोहना क्यों कर लिया
किनारा मुरली बजा के
मोहना क्यों कर लिया
किनारा मुरली बजा के
मोहना क्यों कर लिया
किनारा मुरली बजा के मोहना
कर लिया


किनारा मुरली बजा के
मोहना क्यों कर लिया
किनारा मुरली बजा के
मोहना क्यों कर लिया
किनारा मुरली बजा के
मोहना क्यों कर लिया
किनारा मुरली बजा
मोहना क्यों कर लिया


किनारा अपनों से श्याम
कैसा अपनों से श्याम
कैसा अपनों से श्याम
कैसा अपनों से श्याम
कैसा व्यवहार है
तुम्हारा अपनों से श्याम कैसा
व्यवहार है
तुम्हारा मुरली बजा के
मोहना क्यों कर लिया


किनारा मुरली बजा के
मोहना क्यों कर लिया किना जरा भाव से
बुलाओ भगवान को
रास बिहारी भगवान की जय
हो मुरली बजा के
मोहना क्यों कर लिया

किनारा
रली मजा के
मोहना क्यों कर लिया
किनारा ढूंढा गली गली में खोजा डगर डगर
में ढूंढा गली गली
में होख जा डगर डगर में ढूंढा गली गली में
खोजा डगर डगर में मूड़ा गली गली में खोजा


डगर डगर
में मन में यही लगन है मन में यही लगन है
मन में यही लगन है मन में यही लगन है कि
दर्शन मिले तुम्हारा
मन में यही लगन है दर्शन मिले
दोबारा मुरली बजा के
मोहना क्यों कर लिया
किनारा मुरली बजा के
मोहना क्यों कर लिया
किनारा मधुबन तुम ही
बताओ मोहन कहां गया


है मधुवन तुम्ही
बताओ मोहन कहां गया
है मधुबन तुम्ही
बताओ मोहन कहां गया
है मधुवन तुम ही
बताओ मोहन कहां गया
है कैसे झुलस गया है कैसे झुलस गया है
कोमल बदन
तुम्हारा कैसे जुलस गया है

कोमल बदन
तुम्हारा मुरली बजा के
मोहना क्यों कर लिया
किनारा मुरली बजा के
मोहना क्यों कर लिया किनारा और प अपनों से
श्याम
कैसा अपनों से श्याम
कैया व्यवहार है
तुम्हारा अपनों से श्याम के ऐसे नहीं

प्रेम से भाव
से बोलो रास बिहारी भगवान की
राज बिहारी भगवान की जय
हो हरि बोल
मुरली बजा के
मोहना क्यों कर लिया
किनारा मुरली बजा के
मोहना क्यों कर लिया
किनारा यमुना तुम ही बताओ
छलिया कहां गया
है यमुना तुम ही
बताओ छलिया कहां गया
है

यमुना तुम ही
बताओ छलिया कहां गया
है यमुना तुम ही
बताओ छलिया कहां गया
है त भी छली गई है त भी चली गई है कहती है
जल की
धारा तू ही चली गई है कहती है जल की
धारा मुरली बजा के
मोहना क्यों कर लिया
किनारा मुरली बजा के
मोहना क्यों करली
किनारा अरे अपनों से श्याम
कैसा अपनों से श्याम


कैसा व्यवहार है
तुम्हारा अपनों से श्याम
कैसा व्यवहार है
[संगीत]
तुम्हारा अपनों से श्याम
कैसा व्यवहार है
तुम्हारा अपनों से श्याम
कसा वहार है तुम्हारा