बृहस्पति मंत्र के अद्भुत लाभ: कैसे पाएं परिवार और करियर में सुख-शांति

बृहस्पति मंत्र के अद्भुत लाभ: कैसे पाएं परिवार और करियर में सुख-शांति

बृहस्पति या गुरु ग्रह, सभी देवताओं के गुरु माने जाते हैं और इन्हें देव-गुरु के नाम से भी जाना जाता है। यह ग्रह न केवल अन्य ग्रहों में सबसे बड़ा है, बल्कि यह ज्ञान, सौभाग्य, धन, समृद्धि, आध्यात्मिकता और धार्मिक मूल्यों का प्रतीक भी है। बृहस्पति को मंत्रों, यज्ञों, तप, पूजा और आस्था का अधिपति माना जाता है, और इनके सौम्य स्वभाव के कारण इन्हें हर प्राणी की मनोकामनाओं को पूरा करने वाला देवता भी माना जाता है।

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बृहस्पति मंत्र और उनका महत्व

बृहस्पति मंत्रों का जाप व्यक्ति के जीवन में सुख-शांति, समृद्धि और सौभाग्य लाता है। इन मंत्रों का नियमित जाप न केवल आत्मिक शांति प्रदान करता है, बल्कि व्यक्ति के जीवन में ज्ञान और समझ की वृद्धि भी होती है। गुरु बृहस्पति के आशीर्वाद से व्यक्ति के जीवन में शुभ घटनाएँ घटित होती हैं, और उनके सौम्य स्वभाव के कारण वह व्यक्ति के जीवन में कठिनाइयों को दूर करते हैं।

बृहस्पति की पूजा के फायदे

बृहस्पति की पूजा से व्यक्ति को मानसिक शांति, आध्यात्मिक जागरूकता और आंतरिक शक्ति की प्राप्ति होती है। उनकी पूजा करने से घर-परिवार में सुख-शांति बनी रहती है और व्यक्ति के जीवन से सभी प्रकार की नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है।

बृहस्पति की जन्म कथा

गुरु बृहस्पति की जन्म कथा अत्यंत रोचक और प्रेरणादायक है। वे ऋषि अंगिरस के तीन पुत्रों में से एक थे, जिन्हें भगवान ब्रह्मा का मानसपुत्र माना जाता है। उनकी माता ने उनके जन्म से पहले उनके पिता से छल किया, जिसके कारण बृहस्पति का जन्म मृत हुआ। माता की प्रार्थना और पश्चाताप के बाद, ऋषि अंगिरस ने अपने पुत्र को जीवनदान दिया। इसी प्रकार से बृहस्पति का जन्म हुआ और वे सभी देवताओं के गुरु बन गए।

बृहस्पति को ज्ञान और बुद्धि का अधिपति माना जाता है, और उनकी कथा हमें यह सिखाती है कि धैर्य और तप से किसी भी समस्या का समाधान हो सकता है।

बृहस्पति मंत्र का जाप कैसे करें?

गुरु बृहस्पति के मंत्र का जाप करने के लिए कुछ विशेष नियमों का पालन करना चाहिए। इन नियमों का पालन करके मंत्रों की शक्ति को बढ़ाया जा सकता है और अधिकतम लाभ प्राप्त किया जा सकता है:

  1. समय का चयन: बृहस्पति मंत्र का जाप ब्रह्म मुहूर्त (प्रातः 4 से 5 बजे के बीच) में करना सबसे प्रभावी होता है। इस समय की शांति और पवित्रता मंत्रों के प्रभाव को बढ़ाती है।
  2. तुलसी माला का उपयोग: मंत्रों का जाप करने के लिए तुलसी, चंदन या रुद्राक्ष की माला का उपयोग करें। इससे एकाग्रता बनी रहती है और मंत्र जाप की गणना भी सरल होती है।
  3. पीले वस्त्र पहनें: बृहस्पति का रंग पीला है, इसलिए पूजा के समय पीले वस्त्र धारण करना शुभ माना जाता है।
  4. गुरुवार का दिन: गुरुवार को बृहस्पति की पूजा विशेष फलदायी होती है। इस दिन दान देने से बृहस्पति का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

महत्वपूर्ण बृहस्पति मंत्र

बृहस्पति के कई मंत्र हैं जो व्यक्ति की विभिन्न समस्याओं का समाधान करते हैं। इनमें से कुछ मुख्य मंत्र निम्नलिखित हैं:

1. देव-गुरु बृहस्पति मंत्र

यह मंत्र बृहस्पति की कृपा प्राप्त करने के लिए अत्यधिक प्रभावी माना जाता है। इसके जाप से व्यक्ति के जीवन में ज्ञान, बुद्धि और सौभाग्य का वास होता है।

मंत्र: “देवनं च ऋषिंं गुरुं कंचना-सन्निभं बुद्धि-भूतं त्रिलोकेशं तं नमामि बृहस्पतिम्।”

अर्थ: मैं उन बृहस्पति को नमन करता हूँ, जो देवताओं और ऋषियों के गुरु हैं, जिनका स्वरूप स्वर्णिम है और जो तीनों लोकों के अधिपति हैं।

लाभ:

  • इस मंत्र के जाप से व्यक्ति का मानसिक विकास होता है और वह ज्ञान और बुद्धि से संपन्न होता है।
  • यह मंत्र नए व्यवसाय या परियोजना की शुरुआत के लिए विशेष रूप से शुभ माना जाता है।
  • इस मंत्र के जाप से गुरु बृहस्पति की सीधी कृपा प्राप्त होती है।

2. बृहस्पति बीज मंत्र

बीज मंत्रों का जाप बृहस्पति ग्रह के प्रभाव को शांत करने और सौभाग्य प्राप्त करने के लिए किया जाता है।

मंत्र: “ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरवे नमः।”

अर्थ: मैं गुरु बृहस्पति को नमन करता हूँ और उनकी कृपा की कामना करता हूँ।

लाभ:

  • बीज मंत्र के जाप से व्यक्ति को आध्यात्मिक ज्ञान की प्राप्ति होती है।
  • यह मंत्र व्यक्ति के जीवन से सभी बाधाओं को दूर करता है और उसे सफलता प्राप्त करने में मदद करता है।
  • इस मंत्र का जाप घर में शांति और समृद्धि लाता है और वैवाहिक समस्याओं का समाधान करता है।

3. बृहस्पति गायत्री मंत्र

गायत्री मंत्र का जाप सभी देवताओं के लिए प्रभावी माना जाता है, और बृहस्पति गायत्री मंत्र का जाप करने से गुरु बृहस्पति की कृपा प्राप्त होती है।

मंत्र: “ॐ वृषभध्वजाय विद्महे करुनीहस्ताय धीमहि तन्नो गुरु: प्रचोदयात्।”

अर्थ: मैं बृहस्पति की स्तुति करता हूँ, जो देवताओं के गुरु हैं, और उनके आशीर्वाद से मेरी बुद्धि प्रखर हो और मैं सदा सत्य मार्ग पर चलूँ।

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लाभ:

  • इस मंत्र के नियमित जाप से व्यक्ति के जीवन में शांति और धैर्य आता है।
  • यह मंत्र अन्य ग्रहों के प्रतिकूल प्रभाव को कम करता है।
  • व्यक्ति के जीवन में हर प्रकार की समस्या का समाधान और सफलता प्राप्त होती है।

बृहस्पति मंत्र जाप के संपूर्ण लाभ

बृहस्पति मंत्रों के नियमित जाप से व्यक्ति को निम्नलिखित लाभ प्राप्त होते हैं:

  1. समृद्धि और सौभाग्य: बृहस्पति के आशीर्वाद से व्यक्ति के जीवन में हर प्रकार की समृद्धि और सौभाग्य आता है।
  2. घर-परिवार में शांति: बृहस्पति परिवार के ग्रह माने जाते हैं, और उनकी पूजा से घर-परिवार में शांति और प्रेम बना रहता है।
  3. अन्य ग्रहों के प्रतिकूल प्रभाव का नाश: यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में अन्य ग्रहों का प्रतिकूल प्रभाव है, तो बृहस्पति मंत्रों का जाप उस प्रभाव को कम करता है।
  4. ज्ञान और बुद्धि की प्राप्ति: बृहस्पति को ज्ञान का अधिपति माना जाता है, और उनके मंत्रों का जाप व्यक्ति को ज्ञानवान और बुद्धिमान बनाता है।
  5. किसी भी समस्या का समाधान: जीवन में आने वाली हर समस्या का समाधान बृहस्पति के आशीर्वाद से संभव होता है।