एकादशी व्रत सबसे श्रेष्ठ क्यों माना जाता है? इस विषय पर श्री अनिरुद्धाचार्य जी का कथन है कि एकादशी व्रत का पालन करने से व्यक्ति को पापों से मुक्ति मिलती है और भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है। एकादशी व्रत करने से मनुष्य की आत्मा शुद्ध होती है और मानसिक शांति मिलती है। यह व्रत शरीर को विषाक्त पदार्थों से मुक्त करता है और स्वास्थ्य में सुधार करता है। इसके अतिरिक्त, एकादशी व्रत से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है और वह भगवान विष्णु के परम धाम को प्राप्त करता है। इस प्रकार, एकादशी व्रत को सबसे श्रेष्ठ माना गया है क्योंकि यह जीवन के हर क्षेत्र में लाभकारी होता है।